My feelings
Tuesday, November 16, 2010
परिवर्तन
ठोस बनी, जमी रही
ऊँचे पर्वतों के शिखरों पर
बर्फ
पिघलते ही द्रव्य बनी
फैली, बिखरी चल पड़ी
जमी रह न सकी एक जगह
जा मिली जमीं से
नदी का नाम मिला
धरती पर लोगों को
जीवन दान मिला
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