वह स्वयं बदलती जा रही
खुद को देख नहीं पाती
सबसे कहती, हर वक्त
"वक्त तेजी से बदल रहा"
उसने खोया था बचपन और जवानी
भूल गयी थी वह सब
रिश्ते बिखरते देखती
आदमी को टूटते देखती
मशीन की शक्ति बढ़ते देखती
आदमियता घटते देखती
वह हर वक्त कह उठती
"वक्त तेजी से बदल रहा "